आयुर्वेदिक चिकित्सा में रोग प्रतिरोधक्षमता को बढ़ाने के लिए आहार और जीवनशैली का महत्व: समृद्धि की दिशा में

  • Praniti Mishra Student, Department of Hindi, F.M. Unioversity, balasori, Odhisha. India

Abstract

आयुर्वेदिक चिकित्सा में रोग प्रतिरोधक्षमता को बढ़ाने के लिए आहार और जीवनशैली का महत्व बहुत ही महत्वपूर्ण है। आयुर्वेद में आहार को संतुलित रखने का महत्व दिया गया है और सात्त्विक आहार की प्रमोशन की जाती है। इसके अलावा, दिनचर्या और ऋतुचर्या के सिद्धांतों का पालन करके हम अपने जीवन को स्वस्थ और समृद्धि से भरपूर बना सकते हैं। योग, प्राणायाम, और मानवीय संबंधों की देखभाल रोग प्रतिरोधक्षमता को मजबूत करने में मदद करते हैं। इस प्रकार, आयुर्वेदिक चिकित्सा के सिद्धांतों का पालन करने से हम अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुरक्षित रख सकते हैं और सुखद जीवन का आनंद उठा सकते हैं। इसलिए, आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से रोग प्रतिरोधक्षमता को बढ़ाने के लिए सही आहार और स्वस्थ जीवनशैली अद्वितीय रूप से महत्वपूर्ण हैं।

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Published
2023-12-08
How to Cite
MISHRA, Praniti. आयुर्वेदिक चिकित्सा में रोग प्रतिरोधक्षमता को बढ़ाने के लिए आहार और जीवनशैली का महत्व: समृद्धि की दिशा में. Anusanadhan: A Multidisciplinary International Journal (In Hindi), [S.l.], v. 8, n. 3&4, p. 13-15, dec. 2023. ISSN 2456-0510. Available at: <http://thejournalshouse.com/index.php/Anusandhan-Hindi-IntlJournal/article/view/1228>. Date accessed: 04 mar. 2025.