खादी ग्रामोद्योग में महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में सोलर चरखा की भूमिका

  • कीर्ति श्रीवास सहायक प्राध्यापक (वाणिज्य), शा. काव्योपाध्याय हीरालाल महाविद्यालय, अभनपुर जिला-रायपुर। http://orcid.org/0009-0001-1213-0705
  • दीपा देवांगन सहायक प्राध्यापक (वाणिज्य), शा. सुखराम नागे महाविद्यालय, नगरी (सिहावा) जिला-धमतरी।

Abstract

खादी एवं ग्रामोद्योग की ओर से महिलाओं को रोजगार दिलाने की दिशा में चरखे का निरंतर विकास किया जा रहा है। कभी बांस की खपाची से तैयार होने वाला चरखा अब हाईटेक हो गया है सरकार की ओर से भी महिलाओं को सोलर चलित चरखा उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि उन्हें कम श्रम में अधिक लाभ मिल सके वे आसानी से अधिक से अधिक उत्पादन कर सके इसके लिए सूक्ष्म लघु एवं मंजिलें मझोले मंत्रालय की ओर से नई-नई घोषणाएं भी की जा चुकी हैं। सूरत लुधियाना सहित विभिन्न स्थानों पर सोलर चरखा भी तैयार किया जा रहा है और इस सोलर चरखे का विकास सभी राज्यों में खादी उत्पादन को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाने की महत्वपूर्ण पहल है।


DOI: https://doi.org/10.24321/2456.0510.202201

References

1. खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग की ओर से जारी रिपोर्ट
2. संसद में लघु एवं मझोले उद्यम मंत्री की ओर से दिए गए सवालों के जवाब।
3. विभिन्न समाचार पत्रों में समय - समय पर प्रकाशित रिपोर्ट
4. खादी ग्रामोद्योग की वार्षिक रिपोर्ट
5. विषेषांक कुरूक्षेत्र ग्रामीण विकास को समर्पित अक्टूबर 2015
Published
2023-03-14
How to Cite
श्रीवास, कीर्ति; देवांगन, दीपा. खादी ग्रामोद्योग में महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने में सोलर चरखा की भूमिका. Anusanadhan: A Multidisciplinary International Journal (In Hindi), [S.l.], v. 7, n. 1&2, p. 1-4, mar. 2023. ISSN 2456-0510. Available at: <http://thejournalshouse.com/index.php/Anusandhan-Hindi-IntlJournal/article/view/670>. Date accessed: 21 dec. 2024.