वृद्धा पेंशन प्राप्त वृद्धों का विश्लेषणात्मक अध्ययन (पिथौरा विकासखण्ड के विशेष संदर्भ में)

  • प्रमिला नागवंशी सहायक प्राध्यापक-समाजशास्त्र, शासकीय दू.ब. महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़, भारत I http://orcid.org/0009-0001-2078-678X

Abstract

भारतीय सामाजिक संरचना विश्व के सभी समाजों में सबसे अलग संरचना है जिसमें समाज के सभी वर्गो के लिए चाहे वे बच्चे हो, या युवा हो, प्रौढ़ हो, या फिर वद्धों की बात हो, सभी के लिए संरक्षण की दृष्टि से अलग-अलग प्रकार की सुविधाए्ं उपलब्ध है। जिनका प्रमुख उददेश्य सभी वर्गो को सुरक्षा एवं संरक्षण प्रदान कर आत्मसम्मान से जीवन जीने हेतु प्रेरित करना। समाज के आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग विशेषकर वृ़़द्ध वर्ग जिन्हे वृद्धावस्था में विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है। समाज कल्याण विभाग,शासन एवं समाज की एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि वह वृद्धों का घ्यान रखते हुए शारीरिक,मानसिक एवं आर्थिक आवश्यकताओं की पूर्ति कर उनके जीवन में नयी उर्जा का संचार करे। आर्थिक सहयोग के रूप मे प्रदान की जाने वाली वृद्धा पेंशन राशि का कितना महत्व है एवं यह पेंशन क्या उनकी विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करनें में सक्षम है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले नागरिको के लिए इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा राशि प्रदान की जाती है जो कि केन्द्र सरकार एवं राज्य दोंनो मिलकर वहन करते है। मानव संसाघन विकास मंत्रालय का प्रमुख उददेश्य प्रत्येक नागरिक जो वृद्ध के अंतर्गत आते है उन्हे आर्थिक सहयोग हेतु अलग-अलग प्रकार की पेंशन राशि प्रदान की जाती है। पेंशन राशि से वृद्धों के जीवन में क्या परिवर्तन आया,क्या राशि पर्याप्त है और आसानी सें प्राप्त होती है। इसी प्रयोजन को घ्यान में रखकर  यह शोघ पत्र प्रस्तुत किया जा रहा है।


DOI: https://doi.org/10.24321/2456.0510.202202

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Published
2022-12-05
How to Cite
नागवंशी, प्रमिला. वृद्धा पेंशन प्राप्त वृद्धों का विश्लेषणात्मक अध्ययन (पिथौरा विकासखण्ड के विशेष संदर्भ में). Anusanadhan: A Multidisciplinary International Journal (In Hindi), [S.l.], v. 7, n. 3&4, p. 1-5, dec. 2022. ISSN 2456-0510. Available at: <http://thejournalshouse.com/index.php/Anusandhan-Hindi-IntlJournal/article/view/711>. Date accessed: 21 dec. 2024.